कमलनाथ जी संभालेंगे मध्य प्रदेश की कमान।
विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं सारी चुनावी तस्वीर साफ हो गई है और अब 15 साल के बाद कांग्रेस से मध्य प्रदेश में अपना वनवास खत्म कर एमपी में जब कांग्रेस दल के विधायकों की बैठक हुई है तो कमलनाथ के नाम पर मुहर लग चुकी है।
भोपाल में cm पद के लिए मोहर लग चुकी है तो क्या कुछ हुआ इस बैठक में और किस तरह से मोहर लगाई गई अभी भोपाल में जो बैठक समाप्त हुई है इस बैठक में पूरी देखरेख में निगरानी में बैठक हुई है जिसमें कमल नाथ जो पीसीसी अध्यक्ष है कमलनाथ के साथ में ज्योतिरादित्य सिंधिया दिग्विजय सिंह और कांतिलाल भूरिया अरुण यादव और तरह के जो तमाम जो बड़े चेहरे मध्य प्रदेश की नीति के तमाम मौजूद थे उन मौजूदगी में एक आरिफ अकील ने एक प्रस्ताव रखा है जिसमें कमलनाथ का नाम था और पूरे जो विधायक दल है उन्होंने एक नाम पर सहमति जता दी है क्योंकि अब जो बड़ा एक सवाल था मध्य प्रदेश की जनता के दिमाग में के अगला सीएम कौन होगा। तो बिलकुल तस्वीर साफ हो गई है स्पष्ट हो गया है कमलनाथ अगले सि एम होंगे।
और जल्द ही जिस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि 14 तारीख को वह सीएम शपथ पत्र अभी ले सकते हैं एक और अपडेट बताना चाहूंगा जिस तरह का कांग्रेस का यह पूरा एक हो गए कि यह पूरी पूरी तरह का जो उनका एक एक कमिटी रहती है कि सबसे पहले वह एक बैठक करते हैं विधायक दल विधायक दल की बैठक करने के बाद सीधे दिल्ली पहुंचती है राहुल गांधी इस पर अंतिम मुहर लगाएंगे और उसके बाद 14 तारीख के दिन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे कमलनाथ।
अब बिल्कुल स्पष्ट हो चुका है एक सवाल और यहां आता है क्योंकि कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के नामों को लेकर कशमकश की स्थिति बनी हुई थी कि मुख्यमंत्री कौन होगा अगला कांग्रेस का और वही कमलनाथ के नाम पर मुहर लग चुकी है और छोटा नेता संख्या भी लोगों की पसंद बने हुए तो तो कमलनाथ के नाम पर ही क्यों लगाई गई है बताना चाहूंगा कमलनाथ एक बड़ा ही नाम है मध्य प्रदेश की राजनीतिक है या केंद्र राजनीतिक है लगातार कमलनाथ का जो प्रभाव है कांग्रेस में रहा है राजीव गांधी के बेहद करीबी माने जाते हैं इस लिहाज से राहुल गांधी सोनिया गांधी के भी बहुत ही विश्वासपात्र माने जाते हैं इसलिए यह स्पष्ट हो चुका है कि कमलनाथ की अगले सीएम के मध्य प्रदेश के मैं बताना चाहता हूं कि जो जो अगर कार्यकाल की बात करें तो बड़ा है अनुभवी नेता है 9 बार से छिंदवाड़ा से सांसद रहे इसलिए आज से अगर पूरे मध्यप्रदेश की बात करें तो सबसे सीनियर नेताओं में उनका नाम शुमार है।
कमलनाथ जी का।
कमलनाथ जी cm पद की शपथ 14 दिसंबर को ले सकते हैं।
क्रपया पोस्ट को लाइक करके जरूर जाइये।
जय हिंद ।
भोपाल में cm पद के लिए मोहर लग चुकी है तो क्या कुछ हुआ इस बैठक में और किस तरह से मोहर लगाई गई अभी भोपाल में जो बैठक समाप्त हुई है इस बैठक में पूरी देखरेख में निगरानी में बैठक हुई है जिसमें कमल नाथ जो पीसीसी अध्यक्ष है कमलनाथ के साथ में ज्योतिरादित्य सिंधिया दिग्विजय सिंह और कांतिलाल भूरिया अरुण यादव और तरह के जो तमाम जो बड़े चेहरे मध्य प्रदेश की नीति के तमाम मौजूद थे उन मौजूदगी में एक आरिफ अकील ने एक प्रस्ताव रखा है जिसमें कमलनाथ का नाम था और पूरे जो विधायक दल है उन्होंने एक नाम पर सहमति जता दी है क्योंकि अब जो बड़ा एक सवाल था मध्य प्रदेश की जनता के दिमाग में के अगला सीएम कौन होगा। तो बिलकुल तस्वीर साफ हो गई है स्पष्ट हो गया है कमलनाथ अगले सि एम होंगे।
और जल्द ही जिस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि 14 तारीख को वह सीएम शपथ पत्र अभी ले सकते हैं एक और अपडेट बताना चाहूंगा जिस तरह का कांग्रेस का यह पूरा एक हो गए कि यह पूरी पूरी तरह का जो उनका एक एक कमिटी रहती है कि सबसे पहले वह एक बैठक करते हैं विधायक दल विधायक दल की बैठक करने के बाद सीधे दिल्ली पहुंचती है राहुल गांधी इस पर अंतिम मुहर लगाएंगे और उसके बाद 14 तारीख के दिन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे कमलनाथ।
अब बिल्कुल स्पष्ट हो चुका है एक सवाल और यहां आता है क्योंकि कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के नामों को लेकर कशमकश की स्थिति बनी हुई थी कि मुख्यमंत्री कौन होगा अगला कांग्रेस का और वही कमलनाथ के नाम पर मुहर लग चुकी है और छोटा नेता संख्या भी लोगों की पसंद बने हुए तो तो कमलनाथ के नाम पर ही क्यों लगाई गई है बताना चाहूंगा कमलनाथ एक बड़ा ही नाम है मध्य प्रदेश की राजनीतिक है या केंद्र राजनीतिक है लगातार कमलनाथ का जो प्रभाव है कांग्रेस में रहा है राजीव गांधी के बेहद करीबी माने जाते हैं इस लिहाज से राहुल गांधी सोनिया गांधी के भी बहुत ही विश्वासपात्र माने जाते हैं इसलिए यह स्पष्ट हो चुका है कि कमलनाथ की अगले सीएम के मध्य प्रदेश के मैं बताना चाहता हूं कि जो जो अगर कार्यकाल की बात करें तो बड़ा है अनुभवी नेता है 9 बार से छिंदवाड़ा से सांसद रहे इसलिए आज से अगर पूरे मध्यप्रदेश की बात करें तो सबसे सीनियर नेताओं में उनका नाम शुमार है।
कमलनाथ जी का।
कमलनाथ जी cm पद की शपथ 14 दिसंबर को ले सकते हैं।
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